सरिय्या कअब बिन उमैर ग़फ़्फ़ारी
सरिय्या हज़रत कअब बिन उमैर ग़फ़्फ़ारी रज़ि० | |||||||
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मुहम्मद की सैन्य उपलब्धियाँ का भाग | |||||||
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सेनानायक | |||||||
हज़रत कअब बिन उमैर ग़फ़्फ़ारी रज़ि० | अनजान | ||||||
शक्ति/क्षमता | |||||||
15[5] | अनजान | ||||||
मृत्यु एवं हानि | |||||||
14 killed (1 घायल) | अनजान |
सरिय्या हज़रत कअब बिन उमैर ग़फ़्फ़ारी रज़ि० या सरिय्या ज़ाते अतलह झड़प अभियान मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के आदेश पर जुलाई 629 और इस्लामी कैलेंडर के तीसरे महीने 8 हिजरी में हुआ। कअब बिन उमैर को 15 आदमियों (सहाबा) के साथ बनू कुज़ाआ जनजाति पर छापा मारने के लिए भेजा था।
अभियान
[संपादित करें]इस्लाम के विद्वान सफिउर्रहमान मुबारकपुरी लिखते हैं कि सरिय्या ज़ाते अतलह (रबीउल अव्बल सन् 08 हि०) की झड़प का विवेचन यह है कि बनू कुज़ाआ जनजाति ने मुसलमानों पर हमला करने के लिए एक बड़ी टुकड़ी इकट्ठा कर रखी थी अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को ज्ञान हुआ तो आप ने कअ़ब बिन उमैर रज़ि० के नेतृत्व में सिर्फ पंद्रह सहाबा किराम को उनकी तरफ रवाना फ़रमाया। सहाबा किराम रजि० ने सामना होने पर उन्हें इस्लाम की दावत दी, पर उन्होंने इस्लाम कुबूल करने के बजाए उनको तीरों से छलनी कर के सब को शहीद (इस्लाम) कर डाला। सिर्फ एक आदमी जिंदा बचा जो कत्ल किए गए लोगों के बीच से उठा लाया गया। [6] [7]
मुहम्मद इससे परेशान थे और उन्होंने अपने अनुयायियों का बदला लेने के लिए एक अभियान की योजना बनाई। योजना रद्द कर दी गई जब मुहम्मद को पता चला कि दुश्मन जगह छोड़ चुका है।
सराया और ग़ज़वात
[संपादित करें]इस्लामी शब्दावली में अरबी शब्द ग़ज़वा [8] इस्लाम के पैग़ंबर के उन अभियानों को कहते हैं जिन मुहिम या लड़ाईयों में उन्होंने शरीक होकर नेतृत्व किया,इसका बहुवचन है गज़वात, जिन मुहिम में किसी सहाबा को ज़िम्मेदार बनाकर भेजा और स्वयं नेतृत्व करते रहे उन अभियानों को सरियाह(सरिय्या) या सिरया कहते हैं, इसका बहुवचन सराया है।[9] [10]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]- सरिय्या ग़ालिब बिन अब्दुल्लाह लैसी (कदीद)
- सरिय्या बशीर बिन साद (फ़िदक)
- मुहम्मद की सैन्य उपलब्धियाँ
- मुहम्मद के अभियानों की सूची
- ग़ज़वा ए दूमतुल जन्दल
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "List of Battles of Muhammad". मूल से 26 July 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 April 2011.
- ↑ "Atlas Al-sīrah Al-Nabawīyah". अभिगमन तिथि 17 December 2014.
- ↑ The sealed nectar, By S.R. Al-Mubarakpuri, Pg244 Author references Rahmat-ul-lil'alameen 2/231
- ↑ "The Life of Mahomet and History of Islam to the Era of the Hegira". अभिगमन तिथि 17 December 2014.
- ↑ "Atlas Al-sīrah Al-Nabawīyah". अभिगमन तिथि 17 December 2014.
- ↑ सफिउर्रहमान मुबारकपुरी, पुस्तक अर्रहीकुल मख़तूम (सीरत नबवी ). "सरिय्या ज़ाते अतलह (रबीउल अव्बल सन् 08 हि०)". पृ॰ 786. अभिगमन तिथि 13 दिसम्बर 2022.
- ↑ रहमतुल- लिल आलमीन 2 / 231
- ↑ Ghazwa https://en.wiktionary.org/wiki/ghazwa
- ↑ siryah https://en.wiktionary.org/wiki/siryah#English
- ↑ ग़ज़वात और सराया की तफसील, पुस्तक: मर्दाने अरब, पृष्ट ६२] https://archive.org/details/mardane-arab-hindi-volume-no.-1/page/n32/mode/1up
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]- Ar-Raheeq Al-Makhtum|Ar Raheeq Al Makhtum– The Sealed Nectar (Biography Of The Noble Prophet) -First PRIZE WINNER BOOK Ar Raheeq Al Makhtum
- अर्रहीकुल मख़तूम (सीरत नबवी), पैगंबर की जीवनी (प्रतियोगिता में प्रथम पुस्तक) अर्रहीकुल मख़तूम